टीम इंडिया को लॉर्ड्स टेस्ट मैच में 22 रनों से हार मिली। एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 60-70 रनों के अंतर से मैच हारेगी, लेकिन बुमराह और सिराज ने जडेजा का साथ दिया

जैसे ही टीम इंडिया ने लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन के पहले सेशन में 4 विकेट खोए, वैसे ही लगभग तय हो गया था कि भारत की हार अब टलने वाली नहीं है। इसके पीछे का कारण ये था कि रविंद्र जडेजा के अलावा जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ही बाकी बल्लेबाज थे। जैसे-तैसे जडेजा और बुमराह ने दूसरे सेशन के निकालने की कोशिश की, लेकिन बुमराह बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में आउट हो गए। इसके बाद सिराज ने टी ब्रेक से पहले एक्सटेंड हुए सेशन के निकाला, लेकिन तीसरे सेशन में सिराज स्पिनर शोएब बशीर की गेंद पर प्ले डाउन हो गए। इस तरह भारत को 22 रनों से हार मिली। इस हार से पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर नाखुश हैं। उन्होंने रविंद्र जडेजा की तारीफ भी की और साथ में कहा कि उनको कुछ चांस लेने चाहिए थे।
सोनी स्पोर्ट्स पर सुनील गावस्कर ने कहा, “60-70 रनों की एक साझेदारी से फर्क पड़ता। भारत कभी ऐसा नहीं कर पाया। आप कह सकते हैं कि जडेजा कुछ मौकों का फायदा उठा सकते थे, जरूरी नहीं कि जब जो रूट और शोएब बशीर गेंदबाजी कर रहे हों, तो वे हवाई शॉट ही खेलें, लेकिन उन्हें (जडेजा को) पूरे अंक मिलने चाहिए।” दिन का खेल शुरू होने से पहले भारत के हाथ में 6 विकेट थे। भारत के पास रविंद्र जडेजा और ऋषभ पंत के अलावा वॉशिंगटन सुंदर और नितीश कुमार रेड्डी थे। भारत अच्छी स्थिति में हो सकता था, लेकिन एक भी बड़ी साझेदारी नहीं हुई, जिससे भारत पर अतिरिक्त दबाव आ गया।